कर्नाटक की राज्य सरकार ने काफी इंतजार के बाद नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता विभाग के सहयोग से अन्न भाग्य नामक योजना शुरू की है। अन्ना भाग्य योजना के अंतर्गत कर्नाटक सरकार ने राज्य में गरीबी रेखा से नीचे के (बीपीएल) परिवारों को नि:शुल्क अनाज का वितरण किया है। गरीबी रेखा के नीचे वाले लोगों के लिए सरकार ने चावल मुफ्त प्रदान किया है हाल में राज्य के बजट में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अन्न भाग्य योजना में सुधार किया था और अब परिवार के एक सदस्य को 7 किलोग्राम चावल मिलेगा, जबकि 10 सदस्यों वाले परिवार को प्रति माह 70 किलो चावल मिलेगा।
इस योजना का उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लक्षित परिवारों को सब्सिडी वाले चावल प्रदान करना है। भोजन की कीमत दिन-ब-दिन बढ़ रही है और ऐसी परिस्थिति में गरीब परिवारों की स्थिति भी बदतर हो गई है क्योंकि उनके पास बाजार दर पर अनाज खरीदने के लिए पर्याप्त धन नहीं है। कर्नाटक सरकार ने गरीबों और वंचित परिवारों को अनाज उपलब्ध कराने में मदद करने के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल की है।
अन्ना भाग्य योजना के लाभ
- कर्नाटक सरकार ने राज्य में गरीबी रेखा से नीचे के (बीपीएल) परिवारों को नि:शुल्क अनाज का वितरण किया है।
- एक सदस्य वाले परिवार को 7 किलोग्राम चावल मिलेगा।
- इस योजना के तहत 10 सदस्य वाले परिवार को एक महीने में 70 किलोग्राम चावल मिलेगा।
- अनाज के साथ सरकार गेहूं, चीनी, नमक, मिट्टी का तेल सब्सिडी दर पर वितरित किया है।
अन्न भाग्य योजना के लिए पात्रता
- आवेदक कर्नाटक राज्य का निवासी होना चाहिए।
- आवेदक गरीबी रेखा से नीचे(बीपीएल)का होना चाहिए।
अन्न भाग्य योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बीपीएल कार्ड
अन्न भाग्य योजना के लिए आवेदन कैसे करें
- अनाज उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
- आवेदक को कर्नाटक राज्यों में उचित मूल्य की दुकानों पर जाना होगा।
- आवेदक को कर्नाटक में संबंधित जिला / तालुक में खाद्य अधिकारी से संपर्क करना होगा।
संदर्भ और विवरण
- अन्न भाग्य योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए देखें